मधुशाला: द हाउस ऑफ वाइन

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यह पुस्तक केवल शराब की मधुशाला नहीं, बल्कि जीवन की मधुशाला है। हरीवंश राय बच्चन की कालजयी रचना “मधुशाला” में शब्दों की मादकता, जीवन की विडंबना, प्रेम की गहराई और दर्शन की मिठास का अनूठा संगम देखने को मिलता है। हर कविता एक छलकते जाम की तरह है, जो पाठक को एक नए अनुभव में…

Description

मधुशाला सिर्फ़ एक कविता-संग्रह नहीं, यह जीवन के रहस्यों को खोलने वाली एक दार्शनिक यात्रा है। हरीवंश राय बच्चन की यह कालजयी कृति मदिरा, प्याला, मधुशाला, साकी और पीने की उपमाओं के माध्यम से प्रेम, अध्यात्म, समाज, जीवन और मृत्यु के गहरे अर्थों को उजागर करती है।

हर शेर में एक नया रंग है, हर छंद में एक अलग मिठास। बच्चन जी की कलम से निकली ये रचनाएँ मन को मोह लेती हैं और पाठक को अपने भीतर झाँकने पर मजबूर कर देती हैं। मधुशाला केवल एक किताब नहीं, यह जीवन का एक दर्शन है, जो पाठक को सोचने और समझने की एक नई दृष्टि प्रदान करता है।

इस संग्रह में आपको वह भावनाएँ मिलेंगी, जो कभी किसी प्रेमी की तड़प में दिखती हैं, कभी एक तिरस्कृत आत्मा की पीड़ा में, तो कभी एक फक्कड़ मस्तमौला जीवनदृष्टि में।

“मधुशाला” एक ऐसी किताब है, जो जितनी बार पढ़ी जाए, हर बार एक नई अनुभूति कराती है।
अगर जीवन की मधुरता और गहराई को शब्दों में महसूस करना चाहते हैं, तो यह पुस्तक आपके लिए है।

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